फटे जीन्स की मानसिकता
एक बार हमसे एक स्त्री- विमर्श के अज्ञानाधिपति ने कहा कि- \’पता नहीं क्यों, जो दिखाया जाता है, उसे ही लोग क्यों देखते हैं? जो नहीं दिखाया जाता है, उसे क्यों नहीं देखते हैं? मैं जो दिखाता हूँ, उसको नहीं, जो नहीं दिखाता हूँ, उसको देखने की कोशिश कीजिये।\’ मैंने कहा- इस कार्य के लिये …

