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नरेन्द्र से सुभाष तक

नरेन्द्र से सुभाष तक

  भारत शौर्य शक्ति साहस का देश है तो त्याग तप साधना का भी देश है। भारत सनातन पुरातन चिरन्तन देश है तो भारत संस्कार सभ्यता संस्कृति का भी देश है। भारत सत्य न्याय अहिंसा का देश है तो ज्ञान विज्ञान विद्या का भी देश है। भारत लौकिक भी है और अलौकिक भी है। भारत …

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नीति राजनीतिक राजनैतिक

नीति राजनीतिक राजनैतिक

  किसी भी परिवार, राज्य, राष्ट्र में नीति कृत्रिम रूप से बनती भी है और स्वाभाविक रूप से विकसित भी होती है। यहाँ किसी चीज के सरकारीकरण या गैर सरकारीकरण का विषय नहीं है। परिवार- राज्य- राष्ट्र को इन दोनों (कृत्रिम नीति एवं स्वाभाविक रूप से विकसित नीति) के युग्म से चलना भी चाहिये और …

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विनाश और विकास के द्वन्द्व में चीन

विनाश और विकास के द्वन्द्व में चीन

विकास की केवल लौकिक संकल्पना एवं उसका व्यवहार विनाश की दिशा में ले जाती है; क्योंकि यह प्रकृति का अनुसरण नहीं करती। यह कांक्रीट विछाने और महल बनाने को ही विकास मान लेती है। उन्नति, प्रगति और विकास, तीनों के अर्थ तथा प्रयोग से हमें भलीभांति परिचित होना चाहिये। यद्यपि इसकी बाद में कभी विस्तार …

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जेएनयू का जातिवाद

जेएनयू का जातिवाद

जेएनयू का जातिवाद   जेएनयू में वामपन्थ के नाम पर जातिवादी साजिश करने वालों को गुरु वशिष्ठ, भगवान श्रीराम, गोस्वामी तुलसीदास को एक साथ; सुदामा चरित्र, भगवान श्रीकृष्ण, भक्त सूरदास जी को एक साथ; स्वामी रामानन्द, भगवान रविदास, सन्त नरहर्यानन्द जी को एक साथ; महाराजा श्याजी राव गायकवाड, बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर, सविता बाई अम्बेडकर …

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अटल भी और बिहारी भी

अटल भी और बिहारी भी

  अटल बिहारी वाजपेयी जी, तीन बार में लगभग 75 महीने भारत देश के प्रधानमन्त्री थे। वे कवि, पत्रकार, लेखक और कुशल वक्ता थे। भारतीय जनसंघ के संस्थापकों में एक थे और 1968 से 1973 तक उसके अध्यक्ष भी रहे। लम्बे समय तक राष्‍ट्रधर्म, पाञ्चजन्य और वीर अर्जुन आदि राष्ट्रीय भावना से ओत-प्रोत अनेक पत्र-पत्रिकाओं …

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गुजरात विधानसभा चुनाव

गुजरात विधानसभा चुनाव

  गुजरात विधानसभा के 2022 के 182 सदस्यों का चुनाव करने के लिये दिसम्बर में चुनाव होना है। चुनाव के बाद बहुमत के लिये कुल 92 सीट चाहिये। पिछले चुनाव में भाजपा गठबन्धन को 49 प्रतिशत मतों के साथ 99 सीटें तथा कांग्रेस गठबन्धन को 41 प्रतिशत सीटों के साथ 77 सीटें प्राप्त हुई थीं। …

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दीपावली का दीपोत्सव

दीपावली का दीपोत्सव

  ऊष्मा एवं ऊर्जा, सृष्टि के संचालन के आधार हैं और इनका आद्य और आधारभूत नियामक सौर्यमण्डल के अधिष्ठाता देव सूर्य हैं। यही सूर्य वैदिक संस्कृति के भी अधिष्ठाता देव हैं। वैदिक संस्कृति की अधिष्ठात्री देवी माता गायत्री हैं। इसी कारण हम सूर्योपासना में गायत्री मन्त्र का जप करते हैं। ऊर्जा का आरम्भिक तथा सबसे …

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बिहार की राजनीति की बिसात

बिहार की राजनीति की बिसात

  वास्तव में बिहार स्वतन्त्रता आन्दोलन की दृष्टि से संघर्ष का एक महत्वपूर्ण हिस्सा था। चम्पारण सत्याग्रह के बाद गांधी एक बड़े नेता बन गये; उन्होंने स्थानीय नेता राज कुमार शुक्ल के बार-बार अनुरोध पर चम्पारण सत्याग्रह आरम्भ किया था और उन्हें डॉ राजेन्द्र प्रसाद, अनुग्रह नारायण सिंह और ब्रजकिशोर प्रसाद जैसे महान विभूतियों का …

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भारतीय ज्ञान परम्परा (क्रमशः तीन) : विश्वास परमात्मा तथा कर्म का फलन

भारतीय ज्ञान परम्परा (क्रमशः तीन) : विश्वास परमात्मा तथा कर्म का फलन

कुछ अभारतीय और अभारतीय मानसिकता के लोगों ने अनेक अवसरों पर भारतीय ज्ञान परम्परा और भारतीय दर्शन बोध को निराशावादी कहा है। निराशावादी उस सिद्धान्त को कहते हैं जो सृष्टि और विश्व को विषादमय चित्रित करता है। निराशावाद के अनुसार संसार में आशा नहीं है अर्थात लौकिकता एवं अलौकिकता दोनों पर अविश्वास है। इस अर्थ …

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ग्राम्य-विकास औद्योगीकरण और आत्मनिर्भरता

ग्राम्य-विकास औद्योगीकरण और आत्मनिर्भरता

  लगभग 135 करोड़ की आबादी वाले देश में संसाधन, नीतिगत प्रोत्साहन, अवस्थापनात्मक सुविधाओं जलवायु तथा विभिन्न क्षेत्रों जैसे – सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी), कृषि आधारित खाद्य प्रसंस्करण, हल्के इंजीनियरिंग सामान, खेल के सामान, कपड़ा, चमड़ा आधारित सामान, पर्यटन और जैव प्रौद्योगिकी में निवेश ही नहीं, अन्य विकासपरक प्रक्रियाओं की गति हेतु उपयुक्त अवसर आज उपलब्ध …

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